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भारत की प्रमुख झीलें

*भारत की प्रमुख झीलें*

डल झील :- जम्मू-कश्मीर
वुलर झील :- जम्मू-कश्मीर
बैरीनाग झील :- जम्मू-कश्मीर
मानस बल झील :- जम्मू-कश्मीरजम्मू-कश्मीर
नागिन झील :- जम्मू-कश्मीर
शेषनाग झील :- जम्मू-कश्मीर
अनंतनाग झील :- जम्मू-कश्मीर
राजसमंद झील :- राजस्थान
पिछौला झील :- राजस्थान
सांभर झील :- राजस्थान
जयसमंद झील :- राजस्थान
फतेहसागर झील :- राजस्थान
डीडवाना झील :- राजस्थान
लूनकरनसर झील :- राजस्थान
सातताल झील :- उत्तराखंड
नैनीताल झील :- उत्तराखंड
राकसताल झील :- उत्तराखंड
मालाताल झील :- उत्तराखंड
देवताल झील :- उत्तराखंड
नौकुछियाताल झील :- उत्तराखंड
खुरपताल झील :- उत्तराखंड
हुसैनसागर झील :- आंध्रप्रदेश
कोलेरू झील :- आंध्रप्रदेश
बेम्बनाड झील :- केरल
अष्टमुदी झील :- केरल
पेरियार झील :- केरल 
लोनार झील :- महाराष्ट्र
 पुलीकट झील :- तमिलनाडु एवं आँध्रप्रदेश
लोकटक झील :- मणिपुर
चिल्का झील :- उड़ीसा

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तापमान को प्रभावित करने वाले कारक – FACTORS AFFECTING TEMPERATURE

  आज हम तापमान (temperature) को प्रभावित करने वाले कारकों (factors) की चर्चा करेंगे. किसी क्षेत्र का तापमान क्यों अधिक और क्यों कम होता है, इस बात को हम इस आर्टिकल के द्वारा समझने की कोशिश करेंगे. यदि किसी क्षेत्र का तापमान अधिक है तो इसका साफ़ मतलब होता है कि वहाँ बहने वाली वायु गर्म है. इसलिए क्यों न हम ये जानें कि वायु का तापक्रम किन चीजों से प्रभावित होता है? पृथ्वी के विभिन्न भागों में वायु के तापक्रम पर प्रभाव डालने वाली प्रमुख बातें निम्नलिखित हैं  – अक्षांश (Latitude) पृथ्वी की उभरी हुई गोलाई के कारण उस पर सभी जगह एक-सी सूर्य की किरणें नहीं पड़तीं. कहीं वे सीधी पड़ती हैं और कहीं तिरछी. सीधी किरणों की अपेक्षा तिरछी किरणें अधिक क्षेत्र में फैलती हैं, फलतः उनसे पृथ्वी पर कम गर्मी उत्पन्न होती है और उसके सम्पर्क में आने वाली वायु कम गर्म हो पाती है. इस चित्र में विषुवतीय (Equator) रेखा पर सूर्य की सीधी किरणें पड़ रही हैं और ध्रुवों पर तिरछी. ध्रुवों के पास अपेक्षाकृत अधिक क्षेत्र में किरणें फैलती हैं. साथ ही, विषुवत् रेखा (equator) पर सूर्य की किरणों को वायुमंडल का कम भाग...

पूर्वोत्तर (शीतकालीन) मानसून क्या है? NORTHEAST MONSOON IN HINDI

  पूर्वोत्तर मानसून   (northeast monsoon) अर्थात् शीतकालीन मानसून पिछले दिनों समाप्त हुआ. इस बार कुल मिलाकर इस समय औसत से अधिक वृष्टिपात हुआ. एक बड़ी विरल घटना यह हुई कि जिस दिन  दक्षिण-पश्चिम का मानसून  समाप्त हुआ, उसी दिन शीतकालीन मानसून चालू हुआ. पूर्वोत्तर (शीतकालीन) मानसून क्या है? उत्तर भारत के लोग इस मानसून के बारे में कम जानते हैं. परन्तु यह मानसून भारतीय उपमहाद्वीप की जलवायु प्रणाली का उतना ही स्थायी अंग है जितना कि ग्रीष्मकालीन अर्थात् दक्षिण-पश्चिम मानसून. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department – IMD) के अनुसार पूर्वोत्तर मानसून  अक्टूबर से दिसम्बर  तक चलता है. इस अवधि में तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश के साथ-साथ तेलंगाना और कर्नाटक के कुछ भागों में वृष्टिपात होता है. पूर्वोत्तर और दक्षिण-पश्चिम मानसून में अंतर जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि पूर्वोत्तर मानसून की दिशा पूर्वोत्तर से दक्षिण-पश्चिम होती है. उसी प्रकार दक्षिण-पश्चिम मानसून की दिशा इसके ठीक उल्टी अर्थात् दक्षिण-पश्चिम से पूर्वोत्तर होती है. पूर्वोत्तर मानसून कब आता ...

वर्षा के TYPES, REASONS, MEASUREMENT और DISTRIBUTION

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