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Showing posts from October, 2020

SOLAR SYSTEM IN HINDI -सौरमंडल के ग्रह (PLANETS)

  वैसे तो हमने बचपन में सौरमंडल (solar system) के बारे में हमेशा school books में पढ़ा है मगर आज भी competitive exams में सौरमंडल से सम्बंधित ऐसे टेढ़े-टेढ़े सवाल पूछे जाते हैं जिन्हें हल करने में हमारे पसीने छूट जाते हैं. आज मैं सौरमंडल व planets से सम्बंधित उन्हीं तथ्यों को आपके सामने रखूँगा जो आपके काम आ सके.  SOLAR SYSTEM IN HINDI -सौरमंडल में ग्रह (PLANETS) बुध (MERCURY) १. यह सूर्य के सबसे निकट है (nearest to the sun). २. यह सबसे छोटा ग्रह है (smallest planet) ३. अपनी धुरी (axis) पर 58.65 दिल में एक घूमता है. ४. यह सूर्य के चारों ओर 88 दिन में एक बार चक्कर (rotation) लगाता है. ५. यहाँ दिन अत्यधिक गर्म और रातें बर्फीली होती हैं. ६. परिमाण (mass) में यह पृथ्वी का 18वां भाग है. ७. इसका गुरुत्वाकर्षण (gravity) पृथ्वी का 3/8 भाग है. शुक्र (VENUS) १. यह ग्रहों में पृथ्वी के निकटतम (nearest to the earth) है. २. यह सौरमंडल में सूर्य से दूसरे निकटतम स्थान पर है. ३. यह “शाम का तारा- evening star” और “सुबह का तारा- morning star” के रूप में ज्यादा प्रसिद्ध है. ४. यह सबसे गर्म ग्रह है (hottest p

वायुमंडल का संगठन और उसकी संरचना – ATMOSPHERE IN HINDI

  वैसे तो हमने स्कूल की किताबों (NCERT, NIOS, other board textbooks) में वायुमंडल (atmosphere) के बारे में कई बार पढ़ा है मगर आज भी competitive exams में वायुमंडल से सम्बंधित ऐसे टेढ़े-टेढ़े सवाल पूछे जाते हैं जिन्हें हल करने में हमारे पसीने छूट जाते हैं. आज मैं वायुमंडल क्या है, उसकी रचना, संगठन/संघटन, उसकी रासायनिक संरचना (chemical composition), प्रमुख गैसें (gases), उसकी परतों (layers) से सम्बंधित उन्हीं तथ्यों को आपके सामने Hindi भाषा में रखूँगा जो आपके काम आ सके. ATMOSPHERE IN HINDI – वायुमंडल के विषय में जानकारी     वायुमंडल की परिभाषा पृथ्वी के चारों और लिपटा हुआ गैसों का विशाल आवरण (giant cover of gases) जो पृथ्वी का अखंड अंग है और उसे चारों तरफ से घेरे हुए हुए है, वायुमंडल (Atmosphere) कहलाता है. जलवायु वैज्ञानिक क्रिचफिल्ड के अनुसार वायुमंडल अपने वर्तमान स्वरूप में 58 से 50 करोड़ वर्ष पूर्व अर्थात् कैम्ब्रियन युग  (Cambrian era) में आया. वायुमंडल का भार 5.6×10 25  टन है एवं इसके भार का लगभग आधा भाग धरातल से 5500 किमी. की ऊँचाई पर पाया जाता है. आधुनिक अनुसंधानों से स्पष्ट होता है

मानव विकास सूचकांक क्या होता है? INFORMATION ABOUT HDI IN HINDI

मानव विकास को मानव विकास सूचकांक (Human Development Index, HDI) के रूप में मापा जाता है. इसे मानव विकास की आधारभूत उपलब्धियों पर निर्धारित एक साधारण समिश्र सूचक (composite indicator) के रूप में मापा जाता है और विभिन्न देशों द्वारा   स्वास्थ्य, शिक्षा तथा संसाधनों तक पहुँच   के क्षेत्र में की गई उन्नति के आधार पर उन्हें श्रेणी (rank) प्रदान करता है. यह श्रेणी   0 से 1 के बीच   के स्कोर पर आधारित होता है, जो एक देश, मानव विकास के महत्त्वपूर्ण सूचकों में अपने रिकॉर्ड से प्राप्त करता है. मानव विकास सूचकांक UNDP (United Nation Development Programme) द्वारा नापा जाता है.   UNDP   का headquarter न्यूयॉर्क में है. इसकी स्थापना 1965 को हुई थी. चलिए जानते हैं मानव विकास सूचकांक क्या होता है और इसको मापने के लिए किन पैमानों (measures) का प्रयोग किया जाता है? स्वास्थ्य स्वास्थ्य के सूचक को निश्चित करने के लिए जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा को चुना गया है. इसका अर्थ यह है कि लोगों को लम्बा एवं स्वास्थ्य जीवन व्यतीत करने का अवसर मिलता है. जितनी उच्च जीवन-प्रत्याशा होगी, उतनी ही अधिक विकास का सूचकांक (HD

चन्द्र ग्रहण कैसे होता है? INFORMATION ABOUT LUNAR ECLIPSE IN HINDI

  साधारणतः पूर्णिमा की रात को चंद्रमा पूर्णतः गोलाकार दिखाई पड़ना चाहिए, किन्तु कभी-कभी अपवादस्वरूप चंद्रमा के पूर्ण बिम्ब पर धनुष या हँसिया के आकार की काली परछाई दिखाई देने लगती है. कभी-कभी यह छाया चाँद को पूर्ण रूप से ढँक लेती है. पहली स्थिति को   चन्द्र अंश ग्रहण या खंड-ग्रहण  (partial lunar eclipse) कहते हैं और दूसरी स्थिति को   चन्द्र पूर्ण ग्रहण या खग्रास  (total lunar eclipse) कहते हैं. चंद्र ग्रहण कब लगता है? चंद्रमा सूर्य से प्रकाश प्राप्त करता है. उपग्रह होने के नाते चंद्रमा अपने अंडाकार कक्ष-तल पर पृथ्वी का लगभग एक माह में पूरा चक्कर लगा लेता है. चंद्रमा और पृथ्वी के कक्ष तल एक दूसरे पर 5° का कोण बनाते हुए दो स्थानों पर काटते हैं. इन स्थानों को  ग्रंथि  कहते हैं. साधारणतः चंद्रमा और पृथ्वी परिक्रमण करते हुए सूर्य की सीधी रेखा में नहीं आते हैं इसलिए पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है. किन्तु पूर्णिमा की रात्रि को परिक्रमण करता हुआ चंद्रमा पृथ्वी के कक्ष (orbit) के समीप पहुँच जाए और पृथ्वी की स्थिति सूर्य और चंद्रमा के बीच ठीक एक सीध में  हो तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर